जन्नत से दूर किसी को जाना नहीं
मुशील यह रहा कभी आसन नहीं
दुनिया भूल सकती हूँ इस पे कोई शक नहीं
तुम से इतना प्यार क्यों है इसका कोई जवाब नहीं!!!
छोड़ चुकी में सब कुछ तेरे लिए
जानू तुम हो सिर्फ मेरे लिए
जोगन बनी फिरू में इस महफ़िल में
दर्द दुनिया की सेहन लू इस दिल में
मुश्किले नहीं रहे साथ चलें में
करीब आ के मिलालो आपनी नाज़ुरों को मेरी नजूरो में!!!!
मुशील यह रहा कभी आसन नहीं
दुनिया भूल सकती हूँ इस पे कोई शक नहीं
तुम से इतना प्यार क्यों है इसका कोई जवाब नहीं!!!
छोड़ चुकी में सब कुछ तेरे लिए
जानू तुम हो सिर्फ मेरे लिए
दिल यह बना है तेरे लिए
अपना बनालो इसे मेरे लिए!!!!
जोगन बनी फिरू में इस महफ़िल में
दर्द दुनिया की सेहन लू इस दिल में
मुश्किले नहीं रहे साथ चलें में
करीब आ के मिलालो आपनी नाज़ुरों को मेरी नजूरो में!!!!
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